मंडी में आ रही राजस्थान की सरसों अधिकारी मौन की जा रही है मार्किट फीस चोरी मंडी से लेकर सडक़ तक दिखाई दे रहीं हैं सरसों से लदे वाहनों की कतारें।
डाल चन्द नहलिया
फिरोजपुर झिरका की अनाज मंडी में इस समय राजस्थान से चोरी छीपे लाई जा रही सरसों की आवक रूकने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार तथा मंगलवार को मंडी तथा इसके इर्दगिर्द ऐसे कई वाहन सरसों से लदे देखे गए जिनमें राजस्थान से सरसों लादकर लाई गई थी। लोगों का आरोप है कि कुछ मुनाफाखोर व्यक्ति सरकार को चूना लगाकर सरसों पर मार्किट फीस चोरी कर उपज की जमाखोरी कर रहे हैं। हद की बात तो ये है कि स्थानीय अधिकारी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। यदि इस मामले की जांच हो तो शहर में बड़े पैमाने पर सरसों का स्टॉक मिल सकता है। वैसा देखा जाए तो विगत कई दिनों से संबंधित अधिकारी मंडी में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन बावजूद इसके मंडी में बाहरी राज्य से आ रही सरसों की आवक नहीं रूक रही है।
बताते चलें कि 26 मार्च से फिरोजपुर झिरका में सरसों की सरकारी खरीद की जा रही है। हरियाणा सरकार ने सरसों का भाव 5650 रुपये निर्धारित मूल्य रखा है जबकि राजस्थान में ये 5000 से कम बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि हरियाणा में अधिक भाव होने के चलते यहां की मंडियों में चोरी छीपे सरसों लाई जा रही तथा उसे खरीदा जा रहा है। जानकारी यह भी मिली कि कई मुनाफाखोर व्यक्ति सरसों का असीमित स्टॉक कर रहे हैं। चोरी छीपे किए जा रहे स्टॉक से सीधे सीधे मार्किट फीस चोरी की जा रही है।
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चित्र परिचय : मंडी में खडी सरसों से लदी पिकअप। |
बताते चलें कि 26 मार्च से फिरोजपुर झिरका में सरसों की सरकारी खरीद की जा रही है। हरियाणा सरकार ने सरसों का भाव 5650 रुपये निर्धारित मूल्य रखा है जबकि राजस्थान में ये 5000 से कम बताया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि हरियाणा में अधिक भाव होने के चलते यहां की मंडियों में चोरी छीपे सरसों लाई जा रही तथा उसे खरीदा जा रहा है। जानकारी यह भी मिली कि कई मुनाफाखोर व्यक्ति सरसों का असीमित स्टॉक कर रहे हैं। चोरी छीपे किए जा रहे स्टॉक से सीधे सीधे मार्किट फीस चोरी की जा रही है।
फसल बेचने को लेकर पंजीकरण होना जरुरी : यदि कोई किसान मंडी में फसल बेचता है तो उसके पास मेरी फसल मेरा ब्योरा का पंजीकरण होना जरुरी है। पंजीकरण नहीं है तो किसान मंडी में अपनी उपज नहीं बेच सकता। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पंजीकरण में भी गोलमाल हुआ है। गांव के एक किसान ने बताया कि उसकी जमीन का किसी जालसाज व्यक्ति ने फर्जी तरीके से पंजीकरण करवा लिया था। इस किसान के अलावा ऐसे सैकडों किसान ऐसे हैं जिनके साथ यह धोखाधडी हुई है। पूर्व में इस संबंध में कई एफआइआर दर्ज हुई हैं। इस बार भी यह जांच का विषय है। उधर मार्किट कमेटी के सचिव राजवीर ने राजस्थान से सरसों की आवक आने से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार तक 94 हजार 600 क्विंटल सरसों की सरकारी खरीद की जा चुकी है।
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