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कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर कपाल मोचन में उमड़ी भीड़, 9 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी!

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर ऐतिहासिक तीर्थ स्थल मेला कपाल मोचन में 9 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र सरोवर में स्नान कर पूजा अर्चना की। यमुनानगर जिला प्रशासन के सभी अधिकारी इस दौरान मेला क्षेत्र में तैनात रहे। रात 12 बजे से ही श्रद्धालुओं ने स्नान करके मंदिरों में पूजा अर्चना करने के बाद घरों को ओर वापस जाना शुरु कर दिया था। श्रद्धालुओं का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर पवित्र सरोवर में स्नान करने से जीवन से सभी दुख दूर होकर सुख-समृद्धि आ जाती है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर पवित्र सरोवर में स्नान करने से जीवन से सभी दुख दूर होकर सुख-समृद्धि आ जाती है।

श्रद्धालुओं का मानना है कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर पवित्र सरोवर में स्नान करने से जीवन से सभी दुख दूर होकर सुख-समृद्धि आ जाती है।

ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से भीड़ पर रखी गई नजर

यमुनानगर जिला उपायुक्त राहुल हुड्डा ने बताया कि मेले में लगभग 9 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। उन्होंने बताया कि मेले में श्रद्धालुओं के लिए सभी तरह के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वहीं पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला पुलिस ने सभी इंतजाम कर रखे थे। उन्होंने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा पर पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी गई। वहीं भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई है।

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हरियाणा के अलावा आसपास के राज्यों से भी पहुंचे श्रद्धालु

मेला प्रशासक के तौर पर काम कर रहे बिलासपुर के एसडीएम जसपाल सिंह गिल ने बताया कि कपाल मोचन के सभी तीनों सरोवरों का अपना-अपना महत्व है। कपाल मोचन सरोवर में स्नान करने से जहां ब्रह्म हत्या तक का पाप दूर होता है, वहीं ऋण मोचन में किसी भी तरह के पितृ एवं अन्य तरह के  ऋण से मुक्ति मिलती है। वहीं तीसरे सरोवर सूर्यकुंड में माता कुंती ने कर्ण को जन्म दिया था। उन्होंने बताया कि आज एक साथ तीनों सरोवरों में स्नान किया गया। इसलिए हरियाणा के अलावा आसपास के राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यमुनानगर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने के बाद यहां अपनी हाजिरी दी और स्नान किया।

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