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बुद्ध पूर्णिमा के दिन 20 हजार दलित छोड़ेंगे हिंदू धर्म, पुलिस कार्रवाई से हैं नाराज।

-विरोध करने पर पुलिस ने समाज के तमाम महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जबकि दूसरे पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं की गई है।


बौद्ध धर्म अपनाने के फैसले को लेकर अब बौद्ध महासभा ने तैयारी भी शुरू कर दी

आंबेडकर जयंती के दिन पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर बौद्ध महासभा ने बड़ा ऐलान किया

धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर खुफिया विभाग भी हरकत में आ गया है

पंकज मिश्रा, हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में आंबेडकर जयंती के दिन पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर यहां बौद्ध महासभा ने बड़ा ऐलान किया है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन 20 हजार दलितों के हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने के फैसले को लेकर अब बौद्ध महासभा ने तैयारी भी शुरू कर दी है। महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भी धर्म परिवर्तन के लिए दलित समाज के बीच डोर-टू-डोर प्रचार अभियान भी तेज कर दिया है।हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में त्रिवेणी मैदान में एक समझौते के तहत भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा स्थापित की गई थी, लेकिन कस्बे के ही अमर सिंह ने समझौते से मुकरकर मामले की शिकायत पुलिस से की थी, जिस पर सुमेरपुर के थानेदार ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर बाबा साहेब की प्रतिमा को मौके से हटवाने लगे।

इसका दलितों ने विरोध भी किया। दलितों और पुलिस में धक्का-मुक्की के दौरान तीन महिलाएं घायल हो गई थीं। इसके बाद भी पुलिस प्रतिमा को उठाकर थाने ले गई थी। घटना से गुस्साएं बाबा साहेब के सैकड़ों अनुयायियों ने कानपुर-सागर नेशनल हाइवे जाम कर कई घंटे तक हंगामा किया था। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के समझाने और आश्वासन के बाद साढ़े छह घंटे बाद दलितों ने हाइवे छोड़ा था। डोर-टू-डोर प्रचार अभियान में अब लगाए गए कार्यकर्ता बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष रघुवर प्रसाद वर्मा ने बताया कि आंबेडकर जयंती के दिन स्थापित बाबा साहेब की प्रतिमा को हटवाकर अपमान किया गया था। विरोध करने पर पुलिस ने समाज के तमाम महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जबकि दूसरे पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं की गई है। इससे दलित समाज आक्रोशित है। बताया कि बाबा साहेब के अपमान से क्षुब्ध बीस हजार दलित अब बुद्ध पूर्णिमा के दिन हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाएंगे। इसके लिए पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि दलितों के धर्म परिवर्तन के मामले के लिए प्रचार अभियान अब पूरे क्षेत्र में भी तेज कर दिया गया है।बुद्ध पूर्णिमा के दिन सामूहिक रूप से दलित बदलेंगे धर्म बौद्ध महासभा के जिलाध्यक्ष रघुवर प्रसाद वर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर महासभा की बैठक की गई है, जिसमें उम्मीद से अधिक भीड़ जुटी है। उन्होंने बताया कि 16 मई को बीस हजार दलित बौद्ध धर्म ग्रहण करेंगे। कहा कि प्रशासन को ज्ञापन देकर मांग की गई है कि दलितों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं और दूसरे पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही बाबा साहेब की प्रतिमा यथास्थान पर स्थापित कराई जाए, तब तक धर्म परिवर्तन का यह अभियान जारी रहेगा। बताते हैं कि धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर खुफिया विभाग भी हरकत में आ गया है। लगातार बौद्ध महासभा को अपने निर्णय बदलने के लिए मनाने में खुफिया तंत्र जुटा है, लेकिन महासभा अपने फैसले पर ही अड़ा है।

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